अपनी प्रेयसी वसुंधा के इसी भार का वरण हरने ही तो आसमां क्षितिज-आकार में नीचे झुक आता अपनी प्रेयसी वसुंधा के इसी भार का वरण हरने ही तो आसमां क्षितिज-आकार में नीच...
गुंजन भौरे सृंगार करे पुष्प के नाच मयूर अंगीकार वर्षा के मदमस्त हवा के प्रवाह ने देखो कैसा उत्साह... गुंजन भौरे सृंगार करे पुष्प के नाच मयूर अंगीकार वर्षा के मदमस्त हवा के प्रवाह ...
पावन अवसर की बेला में सबको स्नेह हजार मिले। पावन अवसर की बेला में सबको स्नेह हजार मिले।
देख इस मधुर मिलन को चांदनी भी शरमाई देख इस मधुर मिलन को चांदनी भी शरमाई
बिस्तर से उठकर तुम जल्दी नूतन ऊर्जा करो प्राप्त। बिस्तर से उठकर तुम जल्दी नूतन ऊर्जा करो प्राप्त।
अपने ही निर्धारित ब्लैक होल में। प्रेम जस का तस निरपेक्ष खड़ा जोहता है बाट। अपने ही निर्धारित ब्लैक होल में। प्रेम जस का तस निरपेक्ष खड़ा जोह...